Wednesday, 14 September 2016

हिंदी के दोहे ~ फ़ुर्सतनामा



मैं रोया अंग्रेज़ी में, मुझको आयी लाज,
ज्ञात हुआ जब ये की, हिंदी दिवस है आज।१।

***

भाषा बदल कर देखिये जीवन का विस्तार,
अंग्रेज़ी में वर्ल्ड है, हिंदी का संसार।२।

***

सबकी भाषा एक सी, अलग-अलग हर स्क्रिप्ट,
हिंदी में उपहार है जो, अंग्रेज़ी में गिफ़्ट।३।
***

सारी भाषा ईश की , क्या वॉवेल क्या स्वर,
ओ माई होली गॉड कहें या अल्लाह-हु-अकबर।४।

***

अपनी अपनी भाषा के अपने अपने रूप,
जैसे रात में चाँदनी, दिन में मीठी धूप।५।

***

बहता  झरना हिंदी में, इंग्लिश का वॉटर फॉल,
झर झर कर ही बहता है, पानी आफ़्टर ऑल।६।

***

चाहे हिंदी बोलिये या दें अंग्रेज़ी ज्ञान,
रोटी कपड़ा पा कर ही भाषा का आता ध्यान।७।
***

                                                                           ~  फ़ुर्सतनामा 



©Fursatnama डिस्क्लेमर: निदा फ़ाज़ली के प्रसिद्ध दोहों से कोई भी समानता स्वाभाविक है। 

No comments:

Post a Comment